कोरोना के इलाज में बेहद कारगर बताई जा रही है यह नेजल स्प्रे, संक्रमण को भी रोकेगी

कोरोना के इलाज में बेहद कारगर बताई जा रही है यह नेजल स्प्रे, संक्रमण को भी रोकेगी

सेहतराग टीम

आज पूरी दुनिया कोरोना वायरस के कहर से जूझ रही है। एक क्लिनिकल ट्रायल में कनाडा की कंपनी सेनोटाइज रिसर्च एंड डेवेलपमेंट कॉर्पोरेशन की नेजल स्प्रे को काफी कारगर बताया गया था। ट्रायल के बाद पाया गया कि इस नेजल स्प्रे कोरोना रोगी में वायरस का असर 24 घंटे में 95 फीसदी और 72 घंटे में 99 फीसदी तक घट गया। कंपनी का कहना है कि ये नेजल स्प्रे न केवल संक्रमण को रोकेगा, बल्कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों को जल्द ठीक करेगा और लक्षणों के गंभीर होने से भी बचाएगा।

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बता दें कि यह क्लीनिकल ट्रायल बॉयोटेक कंपनी सैनोटाइज रिसर्च एंड डेवलपमेंट कार्पोरेशन (SaNOtize) और ब्रिटेन के एशफोर्ड एंड पीटर्स हॉस्पिटल्स ने किया है। कंपनी ने का कहना है कि ब्रिटेन और अमेरिका में हुए ट्रायल में अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं। इसका ट्रायल कोरोना संक्रमित 79 मरीजों पर किया गया था। नेजल स्प्रे के इस्तेमाल के बाद वायरस लोड काफी कम हो गया। यह नेजल स्प्रे कोरोना वायरस को नाक के रास्ते फेफड़ में पहुंचने से रोकता है।

ट्रायल के दौरान कोरोना संक्रमित 79 मरीजों पर सैनोटाइज के असर का आकलन किया गया। नेजल स्प्रे के इस्तेमाल से इन मरीजों में सॉर्स-कोव-2 वायरस लॉग का लोड कम हुआ। पहले 24 घंटे में औसत वायरल लॉग घटकर 1.362 रह गया। इस तरह 24 घंटे बाद वायरल लोड करीब 95 फीसदी तक कम हो गया और 72 घंटे में वायरल लोड 99 फीसदी से ज्यादा घट गया। परीक्षण में शामिल मरीजों में से अधिकांश कोरोना के यूके वेरिएंट से संक्रमित थे। यह कोरोना स्ट्रेन घातक माना जाता है। अध्ययन के नतीजों में कहा गया है कि इस ट्रायल के दौरान मरीजों पर कोई साइड इफैक्ट नहीं देखा गया।

कोरोना वायरस का लोड कम करने के लिए एनओएनएस एकमात्र नोवल थैरापेटिक ट्रीटमेंट या चिकित्सकीय उपचार है। यह मोनोक्लोनल एंटीबॉडी उपचार नहीं है। मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज विशिष्ट व महंगा उपचार है, जो कि अस्पतालों में भर्ती होने के बाद नसों में इंजेक्शन के साथ ही किया जा सकता है।

सेनोटाइज एक नाइट्रिक नेजल स्प्रे (NONS) है और यह बेहद सुरक्षित है। इसकी खास बात यह है कि आप खुद से ही इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। यह नेसल स्प्रे पहले से संक्रमित मरीजों में नुकसान को काफी हद तक कम कर देता है। यहीं कारण है कि इसे एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। ट्रायल के परिणाम में अभी तक किसी में साइड इफेक्ट नहीं देखा गया है।

सेनोटाइज के इस नेजल स्प्रे पर यूके में हुए ट्रायल के प्रमुख रहे डॉ स्टीफन विंचेस्टर ने इसे कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बड़ा हथियार बताया है और कहा है कि यह नेजल स्प्रे क्रांतिकारी साबित होगा। विंचेस्टर का कहना है कि इसके इस्तेमाल की प्रक्रिया काफी आसान है और यह इलाज के साथ ही संक्रमण को रोकने में भी कारगर है। वे कहते हैं कि ट्रायल में हाई वायरल लोड वाले मरीज भी थे। उनपर भी स्प्रे का प्रभाव काफी अच्छा रहा। सेनोटाइज ने यूके और कनाडा में आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी के लिए आवेदन भी दे दिया है। स्वीकृति मिलते ही उत्पादन क्षमता को बढ़ा दिया जाएगा।

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